शनिवार, 9 अक्तूबर 2021

कार्य करने से होते है सोचने से नहीं

 


   कार्य करने से होते है सोचने से नहीं

            

     किसी भी कार्य का महत्वपूर्ण चरण उसकी शुरुआत होती है। कार्य करने से होते है, सोचने से नहीं। कोई भी कार्य प्रारंभ करने के लिए प्रायः हम दूसरों का मुंह ताकते रहते हैं। पर जब तक हम स्वयं संकल्प लेकर कार्य प्रारंभ नहीं करते तब तक सफलता संभव नहीं है। कहते हैं किसी चीज की शुरुआत अच्छी होती है तो उसका अंत भी अच्छा होता है, कुछ ऐसा ही हमारी रोज कि जिंदगी में भी होता है।
       अगर हमारे दिन की शुरुआत अच्छी हो तो पूरा दिन अच्छा दिखता हैलेकिन अक्सर लोग अपनी सुबह गलतियों से शुरू करते हैं। जिससे उनका पूरा दिन खराब हो जाता है। इसीलिए अच्छे से दिन की शुरुआत कीजिए आपका पूरा दिन ऊर्जावान और उत्साह पूर्ण रहेगा। इसलिए कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना होगा। जैसे समय से जल्दी उठना, व्यायाम करना पूरे आत्मविश्वास से अपने प्रत्येक कार्य की शुरुआत करना। क्योंकि किसी भी काम की सफलता के लिए आत्मविश्वास जरूरी है। एक बात और जरूरी वह है धैर्य।

                   कार्य करने की लगन

                किसी भी कार्य की पूर्णता के लिए जरूरी है कार्य करने की लगन। मानव जीवन में लगन बड़े महत्व की वस्तु है। जिसमें लगन है वह बूढ़ा भी जवान है, जिसमें लगन नहीं है, वह जवान भी मृतक है।

              टालमटोल असफलता की नींव

    बहाने बाजी और टालमटोल असफलता की नींव के पत्थर है। हमें उस कार्य को करना होगा उसके लिए समय देना होगा सुस्ताने या ठहरने से कभी भी कार्य पूर्ण नहीं होते।

              निराशा के रोड़े को पार करें

       जिन निकम्मे लोगों को जीवन में कुछ नहीं करना हो तो उनके लिए एक सबसे अच्छा बहाना है, जिंदगी का कोई भरोसा नहीं फिर क्यों बेवजह हाथ-पैर मारे। इस प्रकार के विचार अगर मन में पनपते हैं तो वह व्यक्ति को निराशा वादी बना देते हैं। निराशा से जीवन के बहुमूल्य तत्व नष्ट हो जाते हैं। इससे विजय के बहुत से अवसर खो जाते हैं।
     निराशा सड़क के रोड़े की तरह होती यह आपकी रफ्तार को कम कर देती हैं इन रोड़ों के डर से रुके नहीं आगे बढ़े। अगर आप चाहते हैं प्रगति करना, कुछ करके दिखाना, कुछ बनना, मन में सचमुच वास्तविकता है तो सब कुछ संभव है। मन में चाह है, तो राह है।

              खुद के बारे में अच्छा सोचे

    अपने मन को तैयार कीजिए अपनी कार्य शैली बदले मानसिकता में दृढ़ता दिखाएं खुद के बारे में अच्छा सोचे। अगर तुम अच्छे रास्ते पर हो तो संसार की बड़ी से बड़ी शक्ति तुम्हारा कुछ नहीं बिगाड़ सकती। अगर आप एक ही ढर्रे पर चलते रहेंगे तो जाहिर है आप कहीं नहीं पहुंचने वाले हैं
 

             संपूर्ण कार्य समय पर करना

    जीवन असंख्य पलों के कुछ जोड़ का नाम है। हर गुजरता पल उसके लिए अहम है। जो पल अभी है, बस गुजरने वाला है। उसका महत्व उसका मकसद पहचान कर चले तो न पीछे देखना पड़ेगा और न आगे हर पल कीमती मालूम होगा और जिंदगी का मकसद हर वक्त सामने नजर आएगा। अतः समय पर खाना, समय पर उठना, समय पर सोना, समय पर अभ्यासकार्य, तथा अपने संपूर्ण कार्य समय करना।

                   समय अमूल्य है

     समय अमूल्य है, उसका मोल पहचाने। अपने समय को हल्के काम में लगाने से उसका फल भी हल्का मिलता है। मध्यम काम में लगाने से फल भी मध्यम मिलता है, लेकिन उत्तम काम में लगाने से उत्तम फल मिलता है। हम धन को तिजोरी में रख सकते हैं किंतु समय को नहीं रख सकते। ऐसे मूल्यवान समय को जो बर्बाद करता है वह स्वयं बर्बाद हो जाता। है अतः सावधान समय का सदुपयोग करो। साहसी बनो। धैर्य न छोड़ो। हजार बार असफल होने पर भी अपने लक्ष्य मार्ग पर एक कदम और रखो...फिर से रखो... फिर से रखो... अवश्य सफलता मिलेगी।

             विषय की पूरी जानकारी हो     

    सफलता का गूढ़ रहस्य है कि आपको अपने विषय की पूरी जानकारी हो। जो निरंतर अध्यापन से ही प्राप्त होती है। यदि आप विद्यार्थी है तो आपको अपने संपूर्ण विषयों का गहन अध्ययन करना होगा उसकी संपूर्ण जानकारी एकत्र करनी होगी। प्रश्नों के उत्तर देने का अभ्यास करना होगा, तभी आप पूर्ण सफलता प्राप्त कर सकते हो। हर व्यवसाय से जुड़े व्यक्ति को अपने व्यवसाय के बारे में संपूर्ण जानकारी प्राप्त होगी तभी वह अपने कार्य में सफलता प्राप्त करेगा।

 

                  सर्वोत्तम की सोचे

    आपने कितना अच्छा काम किया है इस पर ध्यान मत दो लेकिन, इससे  भी अच्छा कर सकते हो कि नहीं ऐसी सोच और विकास की दृष्टि रखो। विकास अंधकार की नहीं बल्कि प्रकाश की और हो। अपने कार्य में कुशलता लाए फालतू न बैठे कार्यरत रहे कोई काम छोटा नहीं है और कोई काम बड़ा नहीं है। परिणाम की चिंता किए बिना उत्साह धैर्य और कुशलता पूर्वक कर्म करने वाला सफलता को प्राप्त कर लेता है। अगर वह निष्फल भी हो जाए तो हताश-निराश नहीं होता बल्कि पुनः अपने कार्य में लग जाता है और कार्य पूरा होने तक उसी में लगा रहता है। अतः कार्य करने से होते हैं सोचने से नहीं।

8 टिप्‍पणियां:

  1. बहुत ही सुन्दर प्रेरक लेख।

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  2. बहुत ही प्रेरक, सार्थक व उम्दा लेख आपने एकदम सही कहा काम करने से होते ना कि सोचने से!
    हमारे ब्लॉग पर भी आपका हार्दिक स्वागत है🙏

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  3. परिणाम की चिंता किए बिना उत्साह धैर्य और कुशलता पूर्वक कर्म करने वाला सफलता को प्राप्त कर लेता है। ...
    बहुत सुंदर,सार्थक और जीवन की सफलता के मूलमंत्र समझाता आलेख ,बहुत बधाई । मेरे ब्लॉग पर आपका हार्दिक स्वागत है 🙏

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  4. प्रेरक पोस्ट।
    सच टालमटोल करने से कुछ नहीं होता, एक सोच के साथ बढ़ना होता है।
    सराहनीय सृजन।

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